राजनीति अौर अर्थशास्त्र के ज्ञाता आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर पहलु से संबंधित नीतियों का उल्लेख किया है। जिन्हें अपने जीवन में अपनाकर व्यक्ति खुशहाल जीवन यापन कर सकता है। चाणक्य के अनुसार दुनिया में हर किसी का अलग-अलग स्वभाव है। कई बार उसे अपने स्वभाव के कारण ही सुख अौर दुखों का सामना करना पड़ता है। आजकल जो लोग सीधे-साधे होते हैं उन्हें जीवन में कई परेशानियों को झेलना पड़ता है।
*पैसों से भी बड़ा धन ये है, एक बार जरूर पढ़ें*
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन लोगों का स्वभाव सीधा-साधा होता है, उन्हें ऐसे नहीं रहना चाहिए। उनके लिए इस प्रकार रहना अच्छा नहीं होता है अर्थात उनको थोड़ा चतुर बनकर रहना चाहिए। वैसे भी लोग उन लोगों को पहले नुकसान पहुंचाते हैं जो सीधे-साधे होते हैं, जैसे जंगल में पहले उन्हीं पेड़ों को काटा जाता है जो सीधे होते हैं।
जो लोग जरुरत से अधिक सीधे, सरल अौर सहज होते हैं, उन्हें समाज में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो लोग चलाक अौर चतुर होते हैं वे अपने मतलब के लिए सीधे-साधे लोगों का गलत फायदा उठाते हैं।
*शेर से सीख लें ये 3 बात, कामयाबी चूमेगी आपके हाथ*
सीधे साधे लोगों को दुर्बल भी समझा जाता है। जिसके कारण लोग उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। इसके साथ ही उन्हें परेशानियों को भी झेलने पड़ता है। लोगों को थोड़ा चतुर अौर चालाक होना चाहिए ताकि कोई भी उसका गलत फायदा न उठा सके।