दोस्तों दुनियां में लोग रातों रात सफलता पा लेने वालों को किस्मत का खेल कह देते है, लेकिन दोस्तों ऐसा नही है।
दोस्तों सफलता पर्वतारोहण की तरह होती है, जैसे हम शिखर पर पहुँच चुके पर्वतारोही को देखते है, लेकिन हम ये नहीं देख पाते कि वहाँ तक पहुँचने के लिए उस पर्वतारोही ने कितनी मेहनत की है, कितनी बार गिरा, कितनी बार असफल हुआ, कितनी ही बार लोगो ने उसका हौसला तोड़ा, लेकिन इन सब के बावजूद उसने कभी हिम्मत नहीं हारी और शिखर तक पहुँच ही गया। और कहने वाले उसे शिखर पर खड़ा हुआ देखकर कह देंगे, कि ये तो उसकी किस्मत ने साथ दिया कि मौसम सही था या उसके पास पर्वतारोहण के अच्छे टूल्स है जिनकी मदद से वह वहाँ तक पहुँचा है और भी कई तरह की बातें।
लेकिन दोस्तों सफलता के पीछे छुपी हुई कड़ी मेहनत को कोई नहीं देखता। अगर इसी तरह हम बात करे प्रिया प्रकाश वरियर की तो लोगो ने उनके बारे में भी बहुत सी बातें बोल दी कि समय अच्छा था, किस्मत अच्छी थी, लेकिन दोस्तों सब ये भूल गए कि वो भी एक एक्ट्रेस है और एक्टिंग उनका काम है, अपने 10 सेकेंड के विडियो में उन्होंने अपनी अदाकारी से सबका दिल जीता है किस्मत से नहीं, इसके पीछे उनकी 'मेहनत' है। आप सोच रहे होंगे कि वो तो सिर्फ 10 सेकेंड की बात है, तो दोस्तों वो 10 सेकेंड नहीं 'मौका' है। और इसी मौके में उन्होंने अपनी अदाकारी से पूरे सोशल मीडिया को मंत्रमुग्ध कर दिया। सफलता एक अंधेरे कमरे के जैसी हैं, जिसमे अभी तो अंधेरा है पर जैसे बल्ब जला, सारा अंधेरा गायब। पर बल्ब जलाने की मेहनत आपको करनी होगी दोस्तों।
"किस्मत के भरोसे मत बैठो, क्या पता किस्मत आपके भरोसे बैठी हो"