✱ जब दर्द और कड़वी बोली दोनों सहन होने लगे तो समझ लेना कि जीना आ गया।
✱ माता-पिता भले ही अनपढ़ क्यो ना हो, लेकिन अपने बच्चों को शिक्षा और संस्कार देने की जो क्षमता उनमे है वो दुनिया के किसी स्कुल मे नहीं होती और हर माता पिता अपने बच्चों को अपनी हैसियत से अधिक अच्छी से अच्छी शिक्षा और संस्कार देने का प्रयास करते है।
✱ उदय किसी का भी अचानक नहीं होता, सूर्य भी धीरे धीरे निकलता है और ऊपर उठता है, धैर्य और तपस्या जिसमें है, वही संसार को प्रकाशित कर सकता है।
✱ वह कागज की दौलत ही क्या जो पानी से गल जाये और आग से जल जाये, दौलत तो दुआओ की होती हैं, न पानी से गलती हैं, न आग से जलती हैं, आनंद लूट ले बन्दे, प्रभु की बन्दगी का, ना जाने कब छूट जाये, साथ जिन्दगी का।
✱ हे परमात्मा अगर आप का कुछ तोड़ने का मन करे तो, मेरा ग़रूर तोड़ देना अगर आप का कुछ जलाने का मन करे, तो मेरा क्रोध जला देना अगर आप का कुछ बुझाने का मन करे, तो मेरी घृणा बुझा देना अगर आप का मारने का मन करे, तो मेरी इच्छाओं को मार देना, अगर आप का प्यार करने का मन करे, तो मेरी ओर देख लेना।