तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे… अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती।
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी, फिर क्यों उसे चाँद और मुझे आवारा कहते हैं लोग ?
जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान भी दे दूँ, इतने मासूम खरीददार से क्या लेन-देन करना।
लबों से लब मिल गए लबों से लब सिल गए, सवाल गुम, जवाब गुम, बडी हसीन रात थी।
नज़र से दिल में उतरना बड़ी बात नहीं, जो रूह में उतरो तो कोई बात बने।
ये दिल ही तो जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम, कि मुझे जीने के लिए सांसो की नही तेरी जरुरत है।
हक़ से दे तो 'नफरत' भी सर आंखों पर, खैरात में तो तेरी 'मोहब्बत' भी मंजूर नहीं।
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है, वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं।
मेरे बारे में इतना मत सोचना, दिल में आता हूँ, समझ में नही।
वो मुझे नफ़रत करें या प्यार करें, मैं तो एक दीवाना हूँ।
दूर बैठ रहोगे, पास न आओगे कभी, ऐसे रूठोगे तो जान ले जाओगे कभी।
थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो, चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है।
बात इतनी सी थी, कि तुम अच्छे लगते थे, अब बात इतनी बढ़ गई, कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता।
वो मेरे दिल से बाहर निकलने का रास्ता न ढुंढ सके, दावा करते थे जो मेरी रग-रग से वाकीफ होने का।
कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी, हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो।
कभी तो हिसाब करो हमारा भी, इतनी मोहब्बत भला कौन देता है उधार में।
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी, बस एक बार वो कह दे कि मैं अमानत हूं तेरी।
तू Reply नही दे रही इसका मतलब ये नही की attitude है तेरे में, तुझे डर है की तू मुझसे प्यार ना कर बैठे।
इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो।
कहाँ से लाएँ अपनी बेगुनाही के पक्के सबूत,दिल, दिमाग, नजर सब कुछ तो तेरी कैद में हैं।
अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी, दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे।
धड़कनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल, अभी तो पलकें ही झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका।
तुझे ख़्वाबों में पाकर दिल का क़रार खो ही जाता है, मैं जितना रोकूँ ख़ुद को तुझसे प्यार हो ही जाता है।
इतनी मिन्नतों के बाद रुबरू हुए हो, समझ नही आता तुम्हे देखूँ या तुम मे खो जाऊँ।
ये नजर नजर की बात है कि किसे क्या तलाश है, तू हँसने को बेताब है, मुझे तेरी मुस्कुराहटों की प्यास है।
मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में, जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी।
उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए, अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे।
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं, जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते।
न जवाब न कोई सवाल रहता है, मुझे सिर्फ तेरा ख़याल रहता है।
पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे, बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नही लगता।
बदले नहीं जज्बात मेरे वक़्त के साथ तुझे बेपनाह प्यार करने की ख्वाइश आज भी है।
आ मिलकर दुआ करे हमारे प्यार के लिए, एक हाथ तेरा और एक हाथ मेरा हो।