Motivational Story in Hindi - दोस्तों एक बात तो आप बेशक जानते हैं कि जल्दबाजी में लिया गया फैसला अक्सर हमें मुसीबत में डाल देता है. कई बार जाने अनजाने में हम ऐसे फैसले ले लेते हैं जिसका हमें बाद में अफसोस रहता है. इसी बात को समझाने के लिए मैं आपको एक Motivational Story सुनाता हूँ. आप इसे पूरा जरुर पढ़े और कहानी पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करे.
एक बार की बात है एक राजा था. उसका एक बड़ा-सा राज्य था. एक दिन उसे देश घूमने का विचार आया और उसने देश भ्रमण की योजना बनाई और घूमने निकल पड़ा. जब वह यात्रा से लौट कर अपने महल आया. उसने अपने मंत्रियों से पैरों में दर्द होने की शिकायत की. राजा का कहना था कि मार्ग में जो कंकड़ पत्थर थे वे मेरे पैरों में चुभ गए और इसके लिए कुछ इंतजाम करना चाहिए.
*मन का राजा राजा है, बाकी सब गुलाम*
कुछ देर विचार करने के बाद उसने अपने सैनिकों व मंत्रियों को आदेश दिया कि देश की संपूर्ण सड़कें चमड़े से ढंक दी जाएं. राजा का ऐसा आदेश सुनकर सब सकते में आ गए. लेकिन किसी ने भी मना करने की हिम्मत नहीं दिखाई. यह तो निश्चित ही था कि इस काम के लिए बहुत सारे रुपए की जरूरत थी. लेकिन फिर भी किसी ने कुछ नहीं कहा. कुछ देर बाद राजा के एक बुद्घिमान मंत्री ने एक युक्ति निकाली. उसने राजा के पास जाकर डरते हुए कहा कि मैं आपको एक सुझाव देना चाहता हूँ.
*एक अच्छी छोटी कहानी*
अगर आप इतने रुपयों को अनावश्यक रूप से बर्बाद न करना चाहें तो एक अच्छी तरकीब मेरे पास है. जिससे आपका काम भी हो जाएगा और अनावश्यक रुपयों की बर्बादी भी बच जाएगी. राजा आश्चर्यचकित था क्योंकि पहली बार किसी ने उसकी आज्ञा न मानने की बात कही थी. उसने कहा बताओ क्या सुझाव है. मंत्री ने कहा कि पूरे देश की सड़कों को चमड़े से ढंकने के बजाय आप चमड़े के एक टुकड़े का उपयोग कर अपने पैरों को ही क्यों नहीं ढंक लेते. राजा ने अचरज की दृष्टि से मंत्री को देखा और उसके सुझाव को मानते हुए अपने लिए जूता बनवाने का आदेश दे दिया.
सीख -
यह कहानी हमें एक महत्वपूर्ण पाठ सिखाती है कि हमेशा ऐसे हल के बारे में सोचना चाहिए जो ज्यादा उपयोगी हो. जल्दबाजी में अप्रायोगिक हल सोचना बुद्धिमानी नहीं है. दूसरों के साथ बातचीत से भी अच्छे हल निकाले जा सकते हैं.
एक बार जरूर पढ़े -
* बड़ा बनना है तो बड़ा सोचो
* जीवन की सच्चाई
* पिता और पुत्र की रोचक कहानी
* दोस्ती का असली मतलब
Motivational Story in Hindi
प्रेरणादायक कहानी |
*मन का राजा राजा है, बाकी सब गुलाम*
कुछ देर विचार करने के बाद उसने अपने सैनिकों व मंत्रियों को आदेश दिया कि देश की संपूर्ण सड़कें चमड़े से ढंक दी जाएं. राजा का ऐसा आदेश सुनकर सब सकते में आ गए. लेकिन किसी ने भी मना करने की हिम्मत नहीं दिखाई. यह तो निश्चित ही था कि इस काम के लिए बहुत सारे रुपए की जरूरत थी. लेकिन फिर भी किसी ने कुछ नहीं कहा. कुछ देर बाद राजा के एक बुद्घिमान मंत्री ने एक युक्ति निकाली. उसने राजा के पास जाकर डरते हुए कहा कि मैं आपको एक सुझाव देना चाहता हूँ.
*एक अच्छी छोटी कहानी*
अगर आप इतने रुपयों को अनावश्यक रूप से बर्बाद न करना चाहें तो एक अच्छी तरकीब मेरे पास है. जिससे आपका काम भी हो जाएगा और अनावश्यक रुपयों की बर्बादी भी बच जाएगी. राजा आश्चर्यचकित था क्योंकि पहली बार किसी ने उसकी आज्ञा न मानने की बात कही थी. उसने कहा बताओ क्या सुझाव है. मंत्री ने कहा कि पूरे देश की सड़कों को चमड़े से ढंकने के बजाय आप चमड़े के एक टुकड़े का उपयोग कर अपने पैरों को ही क्यों नहीं ढंक लेते. राजा ने अचरज की दृष्टि से मंत्री को देखा और उसके सुझाव को मानते हुए अपने लिए जूता बनवाने का आदेश दे दिया.
सीख -
यह कहानी हमें एक महत्वपूर्ण पाठ सिखाती है कि हमेशा ऐसे हल के बारे में सोचना चाहिए जो ज्यादा उपयोगी हो. जल्दबाजी में अप्रायोगिक हल सोचना बुद्धिमानी नहीं है. दूसरों के साथ बातचीत से भी अच्छे हल निकाले जा सकते हैं.
एक बार जरूर पढ़े -
* बड़ा बनना है तो बड़ा सोचो
* जीवन की सच्चाई
* पिता और पुत्र की रोचक कहानी
* दोस्ती का असली मतलब