Neil Armstrong - एक पायलट से एक खगोलयात्री बने नील आर्मस्ट्रांग पहले मानव है जिन्होंने पृथ्वी के चाँद पर कदम रखा था। एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और चाँद पर जाने वाले पहले इंसान थे। वे एक एरोस्पेस इंजीनयर, नौसेना विमान चालक, टेस्ट पायलट और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे। अंतरिक्ष यात्री बनने से पहले आर्मस्ट्रॉन्ग यूनाइटेड स्टेट के नेवी ऑफिसर और कोरियाई युद्ध में सेवारत थे। यह कीर्तिमान 21 जुलाई 1969 को स्थापित हुआ था और 2019 में इसे 50 साल पूरे हो चुके हैं। आइए आपको नील आर्मस्ट्रांग के जीवन से जुड़े कुछ मजेदार तथ्य बताते हैं-
1. नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त 1930 को अमेरिका के ऑहियो राज्य में हुआ था। बचपन में उनके पिता एक बार उन्हें एक air show दिखाने ले गए थे जहां से उनमें उड़ान के प्रति लगाव पैदा हो गया। इसके बाद उन्होंने पायलट बनने की ठान ली।
2. 15 साल की उम्र में आर्मस्ट्रांग ने पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर लिया था। आर्मस्ट्रांग के पास Aerospace engineering में बैचलर और मास्टर की डिग्री थी।
3. कॉलेज के दौरान नील आर्मस्ट्रांग को सेना की तरफ से फाइटर पायलट बनने का न्यौता मिला। उन्होंने इसे को स्वीकार करते हुए अमेरिका की तरफ से कोरिया युद्ध में भाग लिया।
*नेपाल के बारे में 5 रोचक तथ्य*
4. कोरिया युद्ध में आर्मस्ट्रांग Aircraft carrier से उड़ान भरते थे। एक बार दुश्मन उनके हवाई जहाज़ को निशाना लगाने में कामयाब रहे। लेकिन समय रहते आर्मस्ट्रांग eject होने में सफल हो गए जिससे उनकी जान बच गई।
5. अपनी पढ़ाई पूरी करने और कोरिया युद्ध के बाद आर्मस्ट्रांग एक टेस्ट पायलट बन गए। यानी के उन्हें अमेरिका द्वारा बनाए गए नए हवाई जहाज़ों को उड़ाकर टेस्ट करना होता था के वो कितने सही बने हैं या नहीं। अपने जीवन में उन्होंने 200 अलग-अलग तरह के हवाई जहाज़ उड़ाए।
6. 1960 के बाद NASA मानव को अंतरिक्ष में भेजने पर काम करने लगा तो उसे अंतरिक्ष यानों को उड़ाने के लिए अनुभवी पायलटों की जरूरत थी। आर्मस्ट्रांग को नासा ने उन पायलटों के साथ चुन लिया जो आगे जाने वाले अंतरिक्ष मिशनों में भेजे जाने थे। यह सितंबर 1962 की बात है यानी चाँद पर जाने से करीब 7 साल पहले की।
7. नील आर्मस्ट्रांग अंतरिक्ष में पहली बार 16 मार्च 1966 को गए थे। इस मिशन का नाम Gemini 8 था। David Scott उनके साथ थे। दोनों को अंतरिक्ष में प्रयोग करने भेजा गया था।
8. आर्मस्ट्रांग चांद पर उतरने वाले पहले व्यक्ति होंगे इस बात का निर्णय मार्च 1969 की एक मीटिंग में लिया गया था। इस निर्णय में आर्मस्ट्रांग की प्रतिभा और अनुभव के साथ कुछ भूमिका इस बात की भी थी कि नासा प्रबंधन का यह मानना था कि आर्मस्ट्रांग एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति हैं। इसके सिवाए वो Apollo 11 spacecraft के कमांडर भी थे जिस वजह से चाँद पर पहले उतरने का अधिकार उनका ही था।
*आंखों से जुड़े 8 रोचक तथ्य*
9. सालों की तैयारी और मेहनत के बाद आखिरकार अपोलो 11 अंतरिक्ष यान ने 16 जुलाई 1969 को अपनी उड़ान भरी। अपोलो 11 अंतरिक्ष यान में नील आर्मस्ट्रांग के साथ Buzz Aldrin और Michael Collins भी थे।
10. नील आर्मस्ट्रांग को दिल से संबंधित समस्या थी। इस वजह से 25 अगस्त 2012 को 82 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
Neil Armstrong |
1. नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त 1930 को अमेरिका के ऑहियो राज्य में हुआ था। बचपन में उनके पिता एक बार उन्हें एक air show दिखाने ले गए थे जहां से उनमें उड़ान के प्रति लगाव पैदा हो गया। इसके बाद उन्होंने पायलट बनने की ठान ली।
2. 15 साल की उम्र में आर्मस्ट्रांग ने पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर लिया था। आर्मस्ट्रांग के पास Aerospace engineering में बैचलर और मास्टर की डिग्री थी।
3. कॉलेज के दौरान नील आर्मस्ट्रांग को सेना की तरफ से फाइटर पायलट बनने का न्यौता मिला। उन्होंने इसे को स्वीकार करते हुए अमेरिका की तरफ से कोरिया युद्ध में भाग लिया।
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4. कोरिया युद्ध में आर्मस्ट्रांग Aircraft carrier से उड़ान भरते थे। एक बार दुश्मन उनके हवाई जहाज़ को निशाना लगाने में कामयाब रहे। लेकिन समय रहते आर्मस्ट्रांग eject होने में सफल हो गए जिससे उनकी जान बच गई।
5. अपनी पढ़ाई पूरी करने और कोरिया युद्ध के बाद आर्मस्ट्रांग एक टेस्ट पायलट बन गए। यानी के उन्हें अमेरिका द्वारा बनाए गए नए हवाई जहाज़ों को उड़ाकर टेस्ट करना होता था के वो कितने सही बने हैं या नहीं। अपने जीवन में उन्होंने 200 अलग-अलग तरह के हवाई जहाज़ उड़ाए।
6. 1960 के बाद NASA मानव को अंतरिक्ष में भेजने पर काम करने लगा तो उसे अंतरिक्ष यानों को उड़ाने के लिए अनुभवी पायलटों की जरूरत थी। आर्मस्ट्रांग को नासा ने उन पायलटों के साथ चुन लिया जो आगे जाने वाले अंतरिक्ष मिशनों में भेजे जाने थे। यह सितंबर 1962 की बात है यानी चाँद पर जाने से करीब 7 साल पहले की।
7. नील आर्मस्ट्रांग अंतरिक्ष में पहली बार 16 मार्च 1966 को गए थे। इस मिशन का नाम Gemini 8 था। David Scott उनके साथ थे। दोनों को अंतरिक्ष में प्रयोग करने भेजा गया था।
8. आर्मस्ट्रांग चांद पर उतरने वाले पहले व्यक्ति होंगे इस बात का निर्णय मार्च 1969 की एक मीटिंग में लिया गया था। इस निर्णय में आर्मस्ट्रांग की प्रतिभा और अनुभव के साथ कुछ भूमिका इस बात की भी थी कि नासा प्रबंधन का यह मानना था कि आर्मस्ट्रांग एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति हैं। इसके सिवाए वो Apollo 11 spacecraft के कमांडर भी थे जिस वजह से चाँद पर पहले उतरने का अधिकार उनका ही था।
*आंखों से जुड़े 8 रोचक तथ्य*
9. सालों की तैयारी और मेहनत के बाद आखिरकार अपोलो 11 अंतरिक्ष यान ने 16 जुलाई 1969 को अपनी उड़ान भरी। अपोलो 11 अंतरिक्ष यान में नील आर्मस्ट्रांग के साथ Buzz Aldrin और Michael Collins भी थे।
10. नील आर्मस्ट्रांग को दिल से संबंधित समस्या थी। इस वजह से 25 अगस्त 2012 को 82 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
नोट : नील आर्मस्ट्रांग पर दी गई जानकारी इंटरनेट के माध्यम से एकत्रित की गई है। अगर आपको कहीं भी कुछ ग़लत लगे या आपत्ति हो तो नीचे कमेंट में लिखे ताकि उसे जल्द ही अपडेट किया जा सके। किसी त्रुटि के लिए लेखक जिम्मेदार नहीं।